गुरुग्राम में सनसनी: शिव नदर स्कूल के पास ट्रॉली बैग में मिला महिला का शव
गुरुग्राम में फरीदाबाद रोड पर शिव नदर स्कूल के पास एक भयानक खोज ने शहर को डर और आक्रोश से भर दिया है। शनिवार, 3 मई, 2025 को, एक अज्ञात महिला का शव, जिसकी उम्र लगभग 30-35 वर्ष होने का अनुमान है, एक काले ट्रॉली बैग में सड़क किनारे छोड़ दिया गया था, जिसके बाद पुलिस ने गहन जांच शुरू की।
खोज
यह भयावह खोज शनिवार की देर शाम एक राहगीर, अशोक कुमार द्वारा की गई, जिन्होंने शिव नदर स्कूल के पास एक काले ट्रॉली बैग से दुर्गंध आते देखी। चिंतित होकर उन्होंने सुषांत लोक पुलिस स्टेशन से संपर्क किया, और अधिकारी तुरंत मौके पर पहुंचे। बैग के अंदर उन्हें एक ऐसी महिला का शव मिला, जो हरी टॉप और काली जींस पहने थी। उसका चेहरा पूरी तरह से क्षत-विक्षत था, और सिर पर गहरे घाव थे, जो हिंसक हमले का संकेत दे रहे थे।
पुलिस प्रवक्ता संदीप कुमार ने कहा, "महिला का शव एक ट्रॉली बैग में ठूंसा गया था और सड़क किनारे छोड़ दिया गया था। चेहरे की विकृति और सिर की चोटें एक क्रूर हत्या की ओर इशारा करती हैं, जो संभवतः कहीं और की गई और फिर शव को यहां लाकर फेंका गया।"
पुलिस की प्रारंभिक खोज
प्रारंभिक जांच से पता चलता है कि हत्या हाल ही में हुई, संभवतः खोज से 24-48 घंटे पहले, शव की स्थिति के आधार पर। पुलिस को संदेह है कि हत्या किसी अन्य स्थान पर की गई थी, और अपराधी(ओं) ने शव को ले जाने और ठिकाने लगाने के लिए ट्रॉली बैग का उपयोग किया।
सुषांत लोक पुलिस स्टेशन में भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धाराओं के तहत हत्या और सबूत नष्ट करने का मामला दर्ज किया गया है। फोरेंसिक टीमें ट्रॉली बैग, आसपास की मिट्टी के नमूने और अन्य सूक्ष्म साक्ष्यों को विश्लेषण के लिए एकत्र कर रही हैं।
सुषांत लोक पुलिस स्टेशन के इंस्पेक्टर हरीश ने बताया, "चोटें एक सुनियोजित हमले की ओर इशारा करती हैं, जो संभवतः व्यक्तिगत दुश्मनी या नियोजित अपराध से प्रेरित था। हम पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट का इंतजार कर रहे हैं ताकि मृत्यु का कारण और किसी अतिरिक्त आघात, जैसे यौन उत्पीड़न, की पुष्टि हो सके।"
इस घटना ने निवासियों में डर पैदा कर दिया है, और कई लोग उस क्षेत्र में सुरक्षा को लेकर चिंता व्यक्त कर रहे हैं, जिसे अपेक्षाकृत सुरक्षित माना जाता था। स्थानीय निवासी नेहा शर्मा ने कहा, "यह डरावना है कि दिन के उजाले में ऐसा अपराध हो सकता है। पुलिस को जल्दी कार्रवाई करनी चाहिए ताकि विश्वास बहाल हो।"
पुलिस ने पीड़िता की पहचान या अपराधी की गिरफ्तारी के लिए विश्वसनीय जानकारी देने वाले को ₹25,000 के पुरस्कार की घोषणा की है।
फोरेंसिक विकास
फोरेंसिक विश्लेषण जांच का केंद्र है। ट्रॉली बैग, जिसे एक सामान्य काला यात्रा बैग बताया गया है, की उंगलियों के निशान, डीएनए और अन्य सूक्ष्म साक्ष्यों, जैसे बाल या कपड़े के रेशों, के लिए जांच की जा रही है। पुलिस बैग के ब्रांड और खरीद इतिहास का भी विश्लेषण कर रही है ताकि इसके मूल का पता लगाया जा सके।
सीसीटीवी फुटेज विश्लेषण एक प्राथमिकता है, हालांकि डंप साइट पर सीधे कैमरों की कमी से मामला जटिल हो गया है। फरीदाबाद रोड पर 2-3 किलोमीटर दूर एक कैमरे ने शुक्रवार की रात एक संदिग्ध वाहन की फुटेज कैद की, जिसकी पुलिस जांच कर रही है।
समान अपराध पैटर्न
यह मामला भारत में हाल के अन्य अपराधों से काफी समानता रखता है, जिनमें बैग या सूटकेस में शव छिपाए गए थे। अप्रैल 2025 में, हरियाणा के फरीदाबाद में आगरा नहर के पास एक यात्रा बैग में एक सिर कटी महिला का शव मिला था। कोलकाता में, बागुइहाटी में एक ट्रॉली बैग में एक महिला का क्षत-विक्षत शव पाया गया था।
ऐसे अपराधों की पुनरावृत्ति ने गुरुग्राम जैसे शहरी केंद्रों में महिलाओं के खिलाफ हिंसा को लेकर चिंता बढ़ा दी है। कार्यकर्ता मजबूत निवारक उपायों की मांग कर रहे हैं, जिसमें बेहतर सीसीटीवी कवरेज, तेज प्रतिक्रिया समय और जन जागरूकता अभियान शामिल हैं।
जनता से अपील
डीसीपी (क्राइम) विजय प्रताप सिंह ने कहा, "हम कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। फोरेंसिक साक्ष्य, सीसीटीवी फुटेज और जनता के सुझाव हमारे सबसे अच्छे सुराग हैं। हम नागरिकों से अपील करते हैं कि वे कोई भी जानकारी, चाहे कितनी छोटी हो, साझा करें ताकि पीड़िता की पहचान हो सके और अपराधी(ओं) को न्याय के कटघरे में लाया जा सके।"
जांच यह भी पता लगा रही है कि क्या इस अपराध का संगठित अपराध से कोई संबंध है, क्योंकि शव को ठिकाने लगाने का तरीका व्यवस्थित था। पुलिस फरीदाबाद और दिल्ली सहित पड़ोसी जिलों के साथ समन्वय कर रही है ताकि समान मामलों या संदिग्धों की जांच की जा सके।