दिल्ली ट्रैफिक पुलिस का ग्रीन कॉरिडोर: रिकॉर्ड समय में अंग स्थानांतरण कर बचाई जान
दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने एक निर्बाध ग्रीन कॉरिडोर का संचालन करते हुए, 26 किलोमीटर की दूरी सिर्फ 30 मिनट में तय कर एक दान की गई आंत को सफलतापूर्वक मुंबई में ट्रांसप्लांट के लिए भेजा।
कार्यकुशलता और समर्पण का अद्भुत प्रदर्शन करते हुए, दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने 28 अप्रैल 2025 को फोर्टिस हॉस्पिटल, शालीमार बाग से इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा (IGI) तक एक दान की गई आंत के आपातकालीन परिवहन को सफलतापूर्वक संपन्न किया। जीवन रक्षक इस अंग को इंडिगो की उड़ान के जरिए मुंबई के नानावटी अस्पताल भेजा गया। 26 किलोमीटर की दूरी मात्र 30 मिनट में तय कर पुलिस ने आपातकालीन सेवाओं को सर्वोच्च प्राथमिकता देने की अपनी प्रतिबद्धता को सिद्ध किया।
यह ऑपरेशन फोर्टिस हॉस्पिटल के एक तत्काल अनुरोध पर शुरू किया गया, जिसके बाद ट्रैफिक कंट्रोल रूम और पंजाबी बाग, राजौरी गार्डन, दिल्ली कैंट और IGI एयरपोर्ट जैसे प्रमुख ट्रैफिक सर्कल्स के सहयोग से त्वरित समन्वय किया गया। इस सुनियोजित प्रयास ने यातायात-मुक्त मार्ग सुनिश्चित किया, जिससे एंबुलेंस बिना किसी रुकावट के दिल्ली की व्यस्त सड़कों से गुजर सकी।
"अंग परिवहन के लिए ग्रीन कॉरिडोर बनाना दिल्लीवासियों को दी जाने वाली हमारी एक महत्वपूर्ण सेवा है। हमारे अधिकारियों की त्वरित प्रतिक्रिया और समन्वय ने इस मामले में एक जीवन बचाया।"
— श्री सत्य वीर कतारा, अतिरिक्त पुलिस आयुक्त (ट्रैफिक), मुख्यालय
इस मिशन का नेतृत्व इंस्पेक्टर कुलदीप सिंह ने अशोक विहार सर्कल से किया, जिन्होंने एंबुलेंस को कुशलता और सटीकता के साथ मार्गदर्शन दिया। उनका नेतृत्व सुनिश्चित करता है कि अंग को समय पर और सुरक्षित तरीके से टर्मिनल 1 तक पहुंचाया जा सके, जो ऑर्गन ट्रांसप्लांट के लिए जरूरी समयबद्धता को ध्यान में रखता है। 30 मिनट की यह रिकॉर्ड-तोड़ यात्रा दिल्ली ट्रैफिक पुलिस की चिकित्सा आपात स्थितियों से निपटने की दक्षता को दर्शाती है।
यह सफल अभियान दिल्ली ट्रैफिक पुलिस के उस व्यापक मिशन का हिस्सा है, जिसका उद्देश्य ग्रीन कॉरिडोर के माध्यम से जीवनरक्षक पहलों को समर्थन देना है। ये कॉरिडोर एंबुलेंस के लिए अवरोध रहित मार्ग प्रदान करते हैं, जिससे देरी न्यूनतम होती है और महत्वपूर्ण चिकित्सकीय प्रक्रियाएं बिना किसी बाधा के पूरी हो सकती हैं। यह पहल सार्वजनिक सुरक्षा और प्रभावी ट्रैफिक प्रबंधन के समन्वय को दर्शाती है।
- 26 किलोमीटर की दूरी 30 मिनट में तय की गई।
- अनेक ट्रैफिक सर्कल्स द्वारा ग्रीन कॉरिडोर की व्यवस्था की गई।
- इंस्पेक्टर कुलदीप सिंह ने एंबुलेंस का मार्गदर्शन किया।
- अंग को फोर्टिस हॉस्पिटल से IGI एयरपोर्ट भेजा गया, जहां से इसे मुंबई रवाना किया गया।
श्री अजय चौधरी, विशेष पुलिस आयुक्त (ट्रैफिक), ज़ोन-II, और श्री सत्य वीर कतारा ने टीम के उत्कृष्ट प्रदर्शन की सराहना की। ऐसे ऑपरेशनों को अंजाम देने की दिल्ली ट्रैफिक पुलिस की क्षमता उन्हें चिकित्सा आपात स्थितियों में एक अहम जीवन रेखा के रूप में स्थापित करती है, जो वास्तविक समय के ट्रैफिक प्रबंधन और अंतर-इकाई सहयोग पर आधारित है।
यह उपलब्धि दिल्ली ट्रैफिक पुलिस के सफल ग्रीन कॉरिडोर अभियानों की श्रृंखला में एक और अध्याय जोड़ती है, जो शहरी आपातकालीन सेवाओं के लिए एक उच्च मानक स्थापित करता है। जैसे-जैसे यातायात की चुनौतियाँ बढ़ रही हैं, वैसे-वैसे चिकित्सा सेवाओं के लिए इस प्रकार के निर्बाध मार्गों की आवश्यकता और महत्व भी स्पष्ट होता जा रहा है।